आज लॉक डाउन का तीसरा चरण शुरू हो चुका है। जहां एक तरफ फंसे मजदूरों के लिए केंद्र सरकार की ओर से श्रमिक ट ट्रेनें चलाई जा रही है, वहीं दूसरी ओर गुजरात के सूरत में एक बार फिर प्रवासी मजदूरों ने हंगामा किया। वरेली इलाके में प्रवासी मजदूर सोमवार को घर जाने की मांग को लेकर सड़क पर उतर आए। मजदूरों ने पथराव किया। मौके पर पहुंची पुलिस पर भी मजदूरों ने पथराव किया और इसके बाद पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। पुलिस ने हालात काबू करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसूगैस के गोले भी दागे।
बता दे कि बीते महीने, खाजोड़ में तैयार की जा रही एशिया की सबसे बड़ी डायमंड बोर्स में 28 अप्रैल को काम कर रहे मजदूरों ने जमकर हंगामा किया था। लॉकडाउन के बावजूद काम लिए जाने से मजदूरों में गुस्सा है। मजदूरों ने बोर्स के कार्यालय पर पथराव और तोड़फोड़ कर दी थी। मजदूरों ने आरोप लगाया कि उन्हें खाना नहीं मिल पा रहा है। वे घर भेजे जाने की मांग कर रहे थे। यहां डायमंड बोर्स में करीब 4 हजार मजदूर काम कर रहे हैं।
मालूम हो कि, प्रवासी मजदूर को 10 अप्रैल को भी हंगामा कर चुके हैं। मजदूरों का आरोप था कि उन्हें पर्याप्त खाना नहीं मिल रहा है। कोरोनावायरस संकट के दौरान वे यहां असुरक्षित हैं। तब किसी तरह पुलिस ने मजदूरों को समझाकर शांत किया था। लेकिन एक बार फिर हंगामा शुरू हो चुका है।