महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने आखिरकार 100 करोड़ वसूली मामले पर इस्तीफा दे दिया है। इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी कई दिनों से देशमुख का इस्तीफा मांग रही थी लेकिन महाराष्ट्र की सरकार ने साफ इनकार कर दिया था लेकिन बंबई हाईकोर्ट ने जब इस मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिए तो ऐसे में मजबूरन देशमुख को इस्तीफा देना पड़ा क्योंकि माना जा रहा है कि सीबीआई जांच कि आंच देशमुख पर भी पड़ सकती है और गृह मंत्री के पद पर रहते हुए महाराष्ट्र की सरकार की भी जमकर फजीहत हो सकती है इसलिए मामला आगे बढ़े इससे पहले ही देशमुख का इस्तीफा ले लिया गया।
इस सियासी घटनाक्रम के बाद महाराज की उधर सरकार मुश्किल में पड़ गई है। शिवसेना कांग्रेस और एनसीपी की मिली जुली यह गठबंधन सरकार पहले ही कोरोना को काबू करने में नाकामी के आरोप झेल रही है उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर मिली संदिग्ध कार के अंदर विस्फोटक सामग्री की घटना से राज्य सरकार के खिलाफ विपक्ष आक्रमक हुआ है और उधर सरकार की काफी किरकिरी हुई है ऐसे में किन पार्टियों के दम पर चल रही सरकार का भविष्य चुनौती भरा है और अगर तीनों पार्टियों ने एकजुटता नहीं दिखाई और कहीं ना कहीं मतभेद बयान बाजी तेज हुई तो आने वाले दिनों में सरकार गिरने की संभावना बढ़ सकती है।